दौलत आये दौलत जाए, क्या फर्क पड़ता है। शोहरत मिले न मिले, क्या फर्क पड़ता है। यहाँ रहो, वहाँ रहो, क्या फर्क पड़ता है। कम हो अधिक हो, क्या फर्क पड़ता है। कोई आये कोई जाए, क्या फर्क पड़ता है। पर माँ बाप जाते हैं, तो फर्क पड़ता है। भेदभाव होता है, तो फर्क पड़ता है। अपने पराये हो जाएं तो फर्क पड़ता है।।