Thought on heart by sneh premchand July 18, 2020 दिल बड़े हो घर छोटा हो चलेगा, पर घर बड़ा हो दिल छोटा हो कतई नहीं चलेगा।। घर घरवालों से होता है दरो दीवार से नहीं, प्रेम से मधुर बनते हैं रिश्ते तकरार से नहीं।। स्नेह प्रेमचंद Read more