Skip to main content

Posts

Showing posts with the label धनवान

नूर

जरूरतें

मित्र thought by snehpremchand

सच्चे मित्र दूर होकर भी,बिन बोले भी,बिन मिले भी सच मे होते है बहुत ही पास, यही खज़ाना ही सबसे बढ़ कर,है धनवान वो सच्चे मित्र है जिस्के पास।।                    स्नेहप्रेमचंद