कहां July 30, 2020 मुझ को कहाँ ढूंढे है बंदे मैं तो तेरे पास में। न मन्दिर में,न मस्ज़िद में न काबा, न कैलाश में। कितना सच कह गए कबीरा हैं ईश्वर तो सब सांसो की सांस में। न तो किसी क्रिया कर्म में, न योग ,बैराग में, दया धर्म का मूल है ईश्वर दयालु हिया में ।। Read more