Skip to main content

Posts

Showing posts with the label दामन

दूरियां

झट से

साथ

नजदीकियां

हौले हौले

पहले ही

पहले तो नज़दीकियाँ बड़ा ली उन्होंने,अब झट से दामन छुड़ा लिया।

सहजता

जब सहजता चुरा लेती है दामन जीवन से,तब हलचल मच जाती है। जब चित चिंता बढ़ जाती है तब हलचल मच जाती है।।     स्नेह प्रेमचंद