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जन्मदिन मुबारक जन्मदिन मुबारक

ईश्वर का अद्भुत वरदान होता है कलाकार। जन्मजात खूबियों को कर्म की कूची से दे देता है आकार।। सृजन होता है जब भी कहीं किसी कला का,मां सरस्वती की कृपा होती है अपार।। ख्वाब बन जाते हैं फिर हकीकत, सफलता खटखटाने लगती है जिंदगी का द्वार।। संकल्प से सिद्धि तक का सफर बन जाता है यादगार।। धानी से श्यामल हो जाती है हिना, आता है रंग सच में दमदार।। हिना आप भी अपनी कला से  पाना सफलता बेशुमार।। यही दुआ है आज के दिन मेरी ओर से,कर लेना इसे प्रिय स्वीकार।। हजार शब्दों पर भारी पड़ता है एक चित्र,सच में धन्य है कला,धन्य है कलाकार।।           स्नेह प्रेमचंद

बधाई बधाई बधाई बधाई (बधाई स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

ईश्वर के पसंदीदा और चुनिंदा लोग ही होते हैं कलाकार। ईश्वर उन्हें नवाजता है किसी न किसी खास कला से, कोई लेखक,कोई गायक,  कोई संगीतज्ञ कोई चित्रकार।। कल्पनाओं को बखूबी  जो दे देता है आकार। धन्य है कला  और धन्य है कलाकार।। इस फेरहिस्त में नाम अग्रणीय है हरीश जी आपका, वाह रे शिल्पकार! वाह रे शिल्पकार।। आज जन्मदिन पर कर लेना  हमारी दुआएं स्वीकार। ईश्वर नवाजे आपको खुशियों से और अच्छे स्वास्थ्य से सदा, हो आपको सफलता के सदा दीदार।। यूं हीं बनी रहे आपकी सृजन क्षमता, यूं हीं करते रहो चमत्कार। बहुत ही सच्चे होते हैं ईश्वर के बनाए ये कलाकार।। इनकी प्रतिभा को सदा मिले प्रोत्साहन, बहुत सुंदर और शिक्षाप्रद होता है कला का विहंगम संसार।।         स्नेह प्रेमचंद

कला भी धन्य(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा)

धन्य है कला और धन्य कलाकार कल्पनाओं को दे देते हैं सुंदर आकार