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Showing posts with the label एक ही अहसास

एक ही राधा एक ही कान्हा ((विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा,))

एक ही हैं राधा और कान्हा एक ही हैं दोनो के अहसास। एक ही तन के दो नेत्र हैं दोनो, राधा कृष्ण से,कृष्ण राधा से बनते हैं खास।।