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अतिशयोक्ति

मौसिकी का पर्याय कहें,  तो कोई अतिशयोक्ति ना होगी।। ओ स्वरलहरियों के जादूगर।  तेरे जाने से तेरी कमी तो पूरी ना होगी।। तेरे स्वरों के जादू की महक सदा ही फिज़ा में महकती रहेगी।