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Showing posts with the label ख्याल

कभी कभी

कभी कभी नहीं अक्सर मेरे दिल में ख्याल आता है कुछ लोगों को ईश्वर कितनी फुर्सत में बनाता है इस फेरहिस्त में मां जाई! नाम तेरा शीर्ष पर आता है किसी का संवाद भला होता है किसी का भला होता है व्यवहार दोनो ही अति उत्तम रहे जिसके,नाम था अंजु कुमार

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है हर वो लम्हा खूबसूरत हो जाता है जिसमे अपने संग हों।।

कभी कभी

हुई शाम उनका ख्याल आ गया

कभी कभी(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी नहीं अक्सर

कभी कभी

कभी कभी Thought by Sneh Premchand

कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है जब ज़िन्दगी चार दिनों की ही है तो फिर ये आपाधापी किस लिए???? कभी कभी मेरे दिल में खयाल आता है कि हम कुछ भी कर लें,कहीं भी चले जाएं,पर जब तक परिवार संग साझा नहीं करते,आंतरिक खुशी मिल ही नहीं सकती।।                 स्नेह प्रेमचंद

कभी कभी

कभी कभी

कभी कभी thought by sneh premchand

कभी कभी thought by sneh premchand

कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कि हम क्यों अपनी सोच के दायरे को सीमित कर एक विहंगम संसार से वंचित रह जाते हैं।।            स्नेह प्रेमचंद