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काल के कपाल पर

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शुक्रिया

संयम(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

वाणी पर हो संयम जिसका, उसे मानव कहते हैं उठ पटांग जो कुछ भी बोले, उसे दानव कहते हैं सीखना हो तो कोई तुझ से सीखे मीठी बोली और मधुर व्यवहार संयम,संतोष,सौहार्द,स्नेह की आजीवन बहती रही तेरे चित में बयार मैं नहीं कहती,कहता है ये सारा संसार सच में कोहिनूर थी तूं रोहिलास परिवार का, शिक्षा संग मिले थे तुझे संस्कार

आंसू

आंसू खुशियों में दीए सा जो, झिलमिल करता आया रे गम की आंधी को जिसने अपने साथ बहाया रे। हरदम हरपल जिसने सच्चा साथ निभाया रे आंसू नाम है जिसने पाया सदा छलकता आया रे। दिल से जोडकर गहरा नाता अंखियों के रस्ते आया रे तुझसा है ना कोई दूजा तू तो हमको भाया रे। आंसू तू है मीत हमारा तूने हमको जाना रे खुद से ही अनभिज्ञ रहे हम पर तूने सच पहचाना रे। करूणा का आधार हो तुम भावना का गुबार हो तुम नयनों की सुन्दरता और मानवता का द्वार हो तुम।

जीवन उत्सव(( रचना स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

आजीवन,जीवन को उत्सव बनाने वाली,  एल आई सी की *जीवन उत्सव* है आई आप और हम आओ मिल कर मनाएं उत्सव, सुरक्षा,संरक्षा,और संवृद्धि की गूंजे सर्वत्र शहनाई बेहतर नहीं,बेहतरीन विकल्प है  ये  एल आई का, किसी को जल्दी किसी को देर से बात समझ में आई एल आई सी का पहला *शॉर्ट टर्म प्लान* है ये, *गारंटीड लाइफ टाइम रिटर्न* का प्रावधान है लाई आजीवन टैक्स फ्री मिलेगा पैसा,  आसभरा  आश्वासन,सुहानी कमाई  सुखद वर्तमान,सुरक्षित भविष्य की *जीवन उत्सव* ने अलख जलाई हम रहें ना रहें इस जग में, हमारे उपहार की अपनों को मिलती रहे कमाई जीवन पथ ना बने अग्नि पथ, इसी भाव की जीवन उत्सव ने अलख जलाई आजीवन जीवन को उत्सव मनाने वाली,  एल आई सी की जीवन उत्सव है आई पहली योजना है एल आई सी की ऐसी,जिसमे 18 साल की उम्र से  आजीवन पैसा मिलना संभव हो पाया एक नान लिंक्ड,नान पार्टिसिपेटिंग योजना,सबके चित को जिसने लुभाया आप भी आओ,हम भी आएं सुरक्षित निवेश में फिर क्यों देर लगाई??? नेक काज में देरी कैसी??? बात मुझे ये समझ में आई *पूर्ण आयु जीवन बीमा* एवम *लाभ भुगतान* के विकल्प भी संग में लाई ऐसी पहली योजना जो 90 दिन के

परवाह बताती है(( विचार स्नेह प्रेमचंद द्वारा))

*परवाह बताती है प्रेम कितना है* *लहजे बता देते हैं मन के भाव कैसे हैं* *नयन बता देते हैं लगाव कितना है* *सिद्धि बताती है संकल्प कैसा था* *इजहार बताता है अनुभूति कैसी थी* *लहजे बता देते हैं नीयत कैसी है* *उपलब्धि बताती है प्रयास कैसे थे* *व्यवहार बताता है संस्कार कैसे हैं* *अभाव बताता है प्रभाव कितना गहरा था* *******जैसे तेरा********

बधाई बधाई