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मौन क्यों

मौन क्यों??????????. होता है जब अन्याय संग किसी के, तब हो जाते हैं सब मौन क्यों?????? हुआ था संग अन्याय संग सीता के धोखे से रावण ने हरण किया। रही पावन वो अशोक वाटिका में फिर भी जानकी का अग्नि परीक्षण हुआ। हुआ  अन्याय जब संग जानकी के, तब हो गए थे सब मौन क्यों????? हुआ था घोर अन्याय संग द्रौपदी के, भरी सभा मे दुःशासन ने चीर हरण किया। भीष्म,द्रौण, कृपाचार्य, धृतराष्ट्र,पांच पांडवों  के होते हुए भी,बैठे रहे सब मौन क्यों??????  यही पूछता है प्रेमवचन भी आपसे विनम्रता और कायरता में अंतर जानते हुए भी सब मौन क्यों ???????????????..

विरोधाभास

Father's day special ((सबसे ऊंचा दर्जा माता पिता का विचार स्नेह प्रेमचंद रोहिल्ला))

जरा सोचिए

दिखावा

क्यों सुई हमारी अटक गई

Poem on life.नकल by sneh premchand

ज़िन्दगी में दूसरों की नकल क्यों करते है हम।ज़िन्दगी तो एक ऐसा इम्तिहान है जिसमे सबके पास अलग अलग प्रश्न पत्र आता है,फिर जवाब कैसे एक जैसे हो सकते है।तनिक सोचिये।