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तेरा होना((दुआ मां के दिल से))

[ तेरा होना ] जैसे सावन में बारिश का होना, जैसे दिल में धड़कन का होना जैसे चित में चेतना का होना जैसे जेहन में विचारों का होना ऐसा है लाडो तेरा मेरे जीवन में होना एक मशवरा है छोटा सा कभी चित से करुणा ना खोना जैसे राधा में शाम का होना जैसे अयोध्या में राम का होना जैसे शबरी में भगति का होना जैसे मीरा में प्रेम का होना जैसे गीता में कर्मसंदेश होना, जैसे रामायण में सुशिक्षा होना, जैसे गंगोत्री से गंगा का बहना, जैसे कुसुम में महक का होना, जैसे गन्ने में मिठास का होना, जैसे हलधर की खेती का होना, जैसे साहित्य में कबीर की रचनाएं, जैसे राही के लिए हों राहें, जैसे पार्थ के लिए था अचूक निशाना, जैसे एकलव्य की गुरुनिष्ठा का ताना बाना, जैसे कोयल में कूक का होना, जैसे मन्दिर में घंटी का होना, जैसे रामायण में चौपाइयों का होना, जैसे माधव के लबों पर बांसुरी का होना, जैसे राघव के लिए वचन का पालन करना, जैसे माँ में ममता का होना, जैसे पिता में सुरक्षा भाव का होना, जैसे कूलर में पानी का होना, जैसे नयनों में ज्योति का होना, जैसे चिराग में बाती का होना, जैसे लेखनी में लेखन का होना जैसे