यो--गदान है निगम का समाज को ऐसा,जैसे कर रहा हो जनकल्याण ग---रिमा अपनी रखी बनाई बरसों से,हर समस्या का खोजा समाधान क्षे--त्र नही कोई भी ऐसा, जहाँ छाया न हो निगम महान म---जबूत हौसला,बुलंद इरादे,नवीनीकरण परिवर्तनकारी दृष्टिकोण अपना कर, बन गया जन जन के लिए वरदान।।