मात्र जिह्वा की स्वाद की खातिर Thought by Sneh Prem chand October 20, 2020 मात्र जिह्वा के स्वाद की खातिर क्यों चलाते हो बन्धु निष्ठुर कटार, आए हो जो इस जग में, करो हर प्राणी से सच्चा प्यार।। स्नेह प्रेमचंद Read more
मांसाहारी Thought by sneh premchand September 30, 2020 मत काट मुझे ओ इंसा, देख न चला मुझ पर कटार। आए हो गर प्राणी जगत में, फिर करो न हम सब से प्यार।। स्नेह प्रेमचंद Read more
मात्र जिह्वा के स्वाद की खातिर September 26, 2020 मात्र जिह्वा के स्वाद की खातिर क्यों मुझ पर चलाते हो तुम कटार?? आए हो जो इस प्राणी जगत में, करो न हर प्राणी से प्यार।।। स्नेह प्रेमचन्द Read more