चलो मन वृंदावन की ओर July 13, 2021 मन वृन्दावन की ओर, चलो मन हो जहाँ उजली भोर, चलो मन गंगा घाट की ओर, चलो मन हो जाऊं जहां पर विभोर, हे री कोई मंगल गाओ री, हे री कला टीका लगाओ री।। चलो मन जहाँ प्रेम ही हो हर ओर।। Read more