हर आने वाला पल जाने वाला है,सब जानते हैं,सब मानते हैं,पर यह नही जानते आने वाला पल किस घटना को जन्म देने वाला है,वर्तमान को आगोश में ले लेता है अतीत,भविष्य वर्तमान बनने वाला है,हम बस सत्कर्मों की कावड़ में जल भरते रहें प्रेम का,यही जल आकंठ तृप्त करने वाला है