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घृणा

पाप से घृणा करो, पापी से नहीं। बुराई से घृणा करो, व्यक्ति से नहीं। कोई बुरा या पापी तब तक ही तो है जब तक वो बुराई उसमे है,बुराई गयी वो पावन हो गया।हम बुराई दूर करने में उसकी मदद नही करते,उसको कोसने लगते है,ताने देते है,अपशब्द प्रयोग करते हैं,वो तो औऱ भी आहत हो जाएगा,डर जाएगा,आत्म विश्वास खो देगा,नही ,ये सही नही,सुधार की ओर अग्रसर नही होगा।