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Showing posts with the label वही मित्र हैं

सुख दुख में जो संग खड़े हों

खामोशी की जो समझ लें जुबान

खामोशी की जो समझ लें जुबान वही मित्र हैं मन मिलने से जिनके लिए रहता है तलबगार,वही मित्र हैं

कह सकें हम जिनसे बात दिल की