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मौन

उपहार

प्यार से चाहे छोटा सा भी  दिया जाए उपहार। पोहे सुदामा के अनमोल थे माधव के लिए, यही प्रेम का सच्चा सार।। बेशक साधारण सी हैं तुम तीनों की कुर्तियां, पर सच में है ये मेरा दुलार।।। मानो चाहे या ना मानो, प्रेम ही कर रिश्ते का आधार।।          स्नेह प्रेमचंद

रिश्ते

जमीन ए एतबार

मोल हर चीज का

सुर सरगम और साधना

सरगम