परिणय की इस मंगल बेला पर कर लेना मेरी दुआएं स्वीकार कोईक कभी नतुझे मिले जीवन में प्यार तुझे प्यार ही प्यार
कुछ करना दरगुज़र कुछ करना दरकिनार
यही मूलमंत्र है सफल दाम्पत्य जीवन का,प्रेम ही उस नाते का आधार
मतभेद भले ही ही जाए
पर मनभेद की कभी चले ना बयार
सींचना पड़ता है उस नाते को लाडो कभी संयम।से कभी स्नेह से और कभी करनी पड़ती है मनुहार
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